Friday, August 22, 2025

गुरु कैसा होना?

  •  गुरु कैसा होना?

गुरु केवल पढ़ाने वाला नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाला प्रकाशस्तंभ होता है।

एक सच्चे गुरु में कुछ विशेष गुण होने चाहिए—

  1. ज्ञानवान – शास्त्र, विद्या और व्यवहार का गहरा ज्ञान हो।
  2. अनुभवी – केवल किताबों से नहीं, अपने जीवन के अनुभव से भी मार्गदर्शन करे।
  3. निर्लोभी – शिष्य से धन, यश या स्वार्थ की अपेक्षा न रखे।
  4. धैर्यवान – शिष्य की गलतियों को सहकर उसे सही राह दिखाए।
  5. करुणामयी – शिष्य के दुख–सुख में सहभागी बने।
  6. आदर्श जीवन वाला – जैसा वह सिखाए, वैसा ही स्वयं आचरण करे।
  7. प्रेरणादायी – शिष्य के भीतर सुप्त क्षमता को जगाकर उसे ऊँचाई तक पहुँचाए।
  8. समदर्शी – सभी शिष्यों को समान भाव से देखे, किसी में पक्षपात न करे।
  9. सत्यप्रिय – सत्य के मार्ग पर अडिग रहकर शिष्य को भी वही राह दिखाए।
  10. आत्मज्ञान से युक्त – केवल बाहरी विद्या ही नहीं, भीतर की शांति और आत्मा का बोध भी दे सके।

संक्षेप में –
👉 गुरु वही है जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए, शिष्य को केवल विद्वान ही नहीं बल्कि उत्तम इंसान बनाए।

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